Sad Shayari , Shayari , Romantic Shayari
जब तक जान हैं बस याद तुम्हारी आयेगी,
आकर हर खुशी में मेरे दिल को रुलाएगी।
तू आये और लिपट जाए मुझसे,,उफ़्फ़फ़!!
ये मेरे महंगे-महंगे ख़्वाब,,,!!
आज ये पल है,
कल बस यादें होंगी,
जब ये पल ना होंगे,
तब सिर्फ बातें होंगी,
जब पलटोगे जिंदगी के पन्नों को,
तो कुछ पन्नों पर आँखें नम और कुछ पर मुस्कुराहटें होंगी।
⛱इत्तेफाक से मिलो कभी तो चाहे गले ना लगाना…?
⛱मगर अंदाज पुराना रखना बस नजरें नहीं चुराना…?
तुम्हारे प्यार की दास्तां हमने अपने दिल में लिखी है,
न थोड़ी न बहुत बे-हिसाब लिखी है,
किया करो कभी हमे भी अपनी दुआओं में शामिल,
हमने अपनी हर एक सांस तुम्हारे नाम लिखी है!
तुझे प्यार मेरा सतायेगा अक्सर,
यादो के तूफ़ान उठायेगा अक्सर,
जिक्र मेरा करने से पहले,
तू कुछ सोच के मुस्कराएगा अक्सर,
मेरा नाम लिख कर किताबो मे अपनी,
तू लोगो के डर से मिटायेगा अक्सर,
बात मेरी याद आयेगी इतनी,
जितना तु उन्हे भुलायेगी अक्सर..!!
फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका गुरूर;
फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कसूर।
चलो आज अपना हुनर आज़माते हैं,
तुम तीर आजमाओ हम अपना जिगर आज़माते हैं।
ज़िंदगी मे प्यार किसने पाया है,
हम यादों में झूमते है तुम्हारी और ज़माना कहता है,
देखो आज फिर पीकर आया है…
दिल की हसरत ज़ुबान पे आने लगी,
तूने देखा और ज़िंदगी मुस्कुराने लगी,
ये इश्क़ की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत मे सूरत तेरी नज़र आने लगी.. ??
Maut bar haq hai magar
Akhri khwahish ye hai …
Sans chalti rahe meri
Tere aa jane tak …. ?
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी,
रह जाओगे जब तन्हा…बहुत काम आयेंगे हम।
मोह्ब्बत किसी ऐसे सख्स की तलाश नही करती…
जिसके साथ रहा जाये,
मोह्ब्बत तो ऐसे सख्स की तलाश करती हे..
जिसके बगेर रहा न जाये!!❤️
चल चले उस मोहब्बत के जहाँ मेँ,
जहाँ मेरी आँखे कभी ना नम हो,
मेरे दामन मेँ भरी रहेँ खुशिया तेरी मोहब्बत से,
और वो मोहब्बत कभी ना कम हो।??
इतना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,
हर दिल दिवाना है तुम्हारा,
लोग कहते है चाँद का टुकड़ा हो तुम,
लेकिन हम कहते है चाँद टुकड़ा है तुम्हारा.. ?
पूरी बोतल न सही एक जाम तो हो जाए,
मिलना न सही दुआ-सलाम तो हो जाए,
जिनकी याद में हम बीमार होकर बैठे हैं,
उन्हें बुखार न सही सर्दी-जुकाम तो हो जाए !!??
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
सांसों में मेरी खुशबु बनके बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।??
सुन पगले>>>
“जब तुम सामने आते हो,
तो हम सब कुछ भूल जाते हैं,,
और “जब तुम दूर रहते हो,,,
तो हम बहुत कुछ बोलना चाहते हैं,,?
सुनो मेरी जान… ❤️
प्यार से प्यारे हो आप… ?
मेरा ग़म कोई भी हो मेरी ख़ुशी आप ही हो सिर्फ़ आप… ?
कुछ इस तरह
कुछ इस तरह उस ने मेरे मन को छुआ
जैसे चाँद ने आफ़ताबी बदन को छुआ
पहली मरतबा कोई क़रीब आने लगा है
बज़्म-ए-हर्ष ने जैसे अकेलेपन को छुआ
वस्ल-ए-मोहब्बत पे फ़ख़्र रहेगा मुझे, कि
हमने भी कभी किसी गुलबदन को छुआ
तेरी यादों के तरन्नुम साथ कहाँ छोड़ते हैं
ख़ामख़ा ही हमने जानी दुश्मन को छुआ
मुरझा गए गुलिस्तां मिरे बहारों के दिन में
जाने किस नामुराद रूह ने मेरे चमन को छुआ
Mujhe Bhool Jana Koi Gham Na Karna,
Mere Baad Aankhon Ko Tum Nam Na Karna,
Kisi Aur Ka Thaam Lena Tu Daman,
Mere Baad Jholi Ko Phoolon Se Bharna… ?
Kabhi use bhulana chaha,
Kabhi use manana chaha,
Maine jab bhi chaha use chaha,
Na jane kya baat thi mere asuon me,
Jo usne mujhe sirf rulana chaha.?
Kya gham hai, kya khushi malum nahi,
Apna hai ki ajnabi malum nahi,
Jiske bina ek pal nahi guzarta,
kaise guzregi ye zindagi malum nahi.?
Aisi zindagi ko badal dene ka didi.. Bhai …
मैंने पूछा एक पल में जान कैसी निकलती है ,
उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया ….!!!!
रहेंगे महफूज़ मेरे एहसास तेरी बाहों में,
यही सोच कर तेरी बाहों में सिमटने का जी चाहता है।
Door ho jaun to zara intezar karna,
Apne dil ko na yun bekarar karna,
Laut kar aayenge hum jahan bhi jayenge,
Bas hamari dosti per aitbar karna… ?
Kuchh meethe pal yaad aate hain,
Palkon per aansu chhod jaate hain,
Kal koi mile to hume na bhool jana,
Dosti ke rishte zindagi bhar kaam aate hain… ?
Duniya me akele aaye hai ,,,
Akele hi jayenge ,,
Laye hai yaadein,,,
Yaadein hi de kar jayenge ,,,
Par yaadein bhi aisi de jayenge Ki,,,
umar bhar hum aapko yaad aayenge ,,,,?
बड़ी अजीब सी बादशाही है
दोस्तों के प्यार में…
ना उन्होंने कभी कैद में रखा
न हम कभी फरार हो पाए…☺️
अब बताने का वक़्त आया
सब राज़ खोल दु…
हो अगर कुछ आहत तो
उसके कदमो के निसा चुम लू…
इश्क करना है, तो किसी शायर से करो….
मर भी गए तो उसके लफ्ज़ो में जिंदा रहोगे…
जब भी ये बाद-ए-सबा छू के गुज़रती है मुझे
जाने क्यों लगता है कि तुमने पैग़ाम भेजा है
आज तक भागता रहता हूँ सदाओं के पीछे
के तू कहीं मिल जाएगी भावनाओं के पीछे
चश्म-तर हुए बैठे हैं रंगीन घटाओं के पीछे
जाने कैसा उभरता दर्द तूने मेरे नाम भेजा है
जब भी ये बाद-ए-सबा छू के गुज़रती है मुझे
जाने क्यों लगता है कि तुमने पैग़ाम भेजा है
जो पूछते हैं….
बिन देखे, बिन मिले मोहब्बत कैसे होती है…
कह दो उनसे…बिल्कुल ख़ुदा की इबादत जैसी होती है…
वो गर्दन झुकाकर तुम्हारा, मेरे कानो मे… मेरा ही नाम बुदबुदाना…
इश्क़ है या… क़त्ल करने की अदा है…
???
??वो इश्क़ ही क्या जो किसी के चेहरे से हो‼
??मज़ा तो तब है जब इश्क़ किसी की बातों से हो‼
???
?☘?
❣️❣️लहराती ज़ुल्फ़ें, काज़रारे नयन, और ये रसीले होंठ‼
❣️❣️बस क़त्ल बाक़ी है,,औज़ार तो सब पूरे हैं‼
☘?☘